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Sad Shayari in Hindi Part-1 – (Toote Dil Ki Shayari, Broken Heart Shayari, Tanhai, Bewafai, Judai) |
तू हज़ार बार
भी रूठे तो
मना लूँगा तुझे,
भी रूठे तो
मना लूँगा तुझे,
मगर देख, मुहब्बत
में शामिल कोई
दूसरा ना हो.
में शामिल कोई
दूसरा ना हो.
=-=-=-=-=
अच्छा हुआ तुम
किसी और के
हो गए,
किसी और के
हो गए,
खत्म हो गई
फिकर तुम्हेँ अपना
बनाने की..
फिकर तुम्हेँ अपना
बनाने की..
=-=-=-=-=
जब भी वो
उदास हो उसे
मेरी कहानी सुना
देना ,
उदास हो उसे
मेरी कहानी सुना
देना ,
मेरे हालात पर हंसना
उसकी पुरानी आदत
है
उसकी पुरानी आदत
है
=-=-=-=-=
शौक से तोड़ो
दिल मेरा मुझे
क्या परवाह,
दिल मेरा मुझे
क्या परवाह,
तुम ही रहते
हो इसमें अपना
ही घर उजाडोगे.
हो इसमें अपना
ही घर उजाडोगे.
=-=-=-=-=
फुरसत में करेंगें
तुझसे हिसाब ये
जिंदगी |
तुझसे हिसाब ये
जिंदगी |
अभी उलझे हैं
हम खुद को
ही सुलझाने
हम खुद को
ही सुलझाने
=-=-=-=-=
वो हमारा हाल भी
ना पुछ सके
हमें बैहाल देखकर।
ना पुछ सके
हमें बैहाल देखकर।
और हम कुछ
बता भी ना
सके उस बेवफा
को खुशहाल देखकर।
बता भी ना
सके उस बेवफा
को खुशहाल देखकर।
=-=-=-=-=
मेरे सारे “कसूरों” पर
भारी ., मेरा एक
“कसूर” है …,
भारी ., मेरा एक
“कसूर” है …,
मैं उसे “पसंद” करता
हूँ , बस इसी
बात का उसे
“गुरूर” है
हूँ , बस इसी
बात का उसे
“गुरूर” है
=-=-=-=-=
तेरे पास भी
कम नहीं, मेरे
पास भी बहुत
हैं,
कम नहीं, मेरे
पास भी बहुत
हैं,
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत
में बहुत हैं…
में बहुत हैं…
=-=-=-=-=
किसी को अपना
बनाने का हुनर
है तुममें,
बनाने का हुनर
है तुममें,
काश किसी का
बनकर रहने का
हुनर भी होता…
बनकर रहने का
हुनर भी होता…
=-=-=-=-=
तेरी पहचान भी न
खो जाए कहीं,
खो जाए कहीं,
इतने चेहरे ना बदल
थोड़ी सी शोहरत
के लिए..
थोड़ी सी शोहरत
के लिए..
=-=-=-=-=
ज़िन्दगी जब मायूस
होती है
होती है
तभी महसूस होती है…
=-=-=-=-=
उससे कह दो
कि मेरी सज़ा
कुछ कम कर
दे,
कि मेरी सज़ा
कुछ कम कर
दे,
हम पेशे से
मुज़रिम नहीं हैं
बस गलती से
इश्क हुआ था…
मुज़रिम नहीं हैं
बस गलती से
इश्क हुआ था…
=-=-=-=-=
मेरी दास्ताँ-ए-वफ़ा
बस इतनी सी
है,
बस इतनी सी
है,
उसकी खातिर उसी को
छोड़ दिया…
छोड़ दिया…
=-=-=-=-=
रूठा रहे वो
मुझसे ये मंज़ूर
है हमें लेकिन,
मुझसे ये मंज़ूर
है हमें लेकिन,
यारो उसे समझाओ
के मेरा शहर
न छोड़े…
के मेरा शहर
न छोड़े…
=-=-=-=-=
सिखा दी बेवफ़ाई
करना ज़ालिम ज़माने
ने तुम्हे,
करना ज़ालिम ज़माने
ने तुम्हे,
कि तुम जो
भी सीख जाते
हो हम पर
ही आजमाते हो…
भी सीख जाते
हो हम पर
ही आजमाते हो…
=-=-=-=-=
तेरी-मेरी राहें
तो कभी एक
थी ही नहीं,
तो कभी एक
थी ही नहीं,
फिर शिकवा कैसा और
शिकायत कैसी…
शिकायत कैसी…
=-=-=-=-=
मिर्ज़ा ग़ालिब :
उड़ने दे इन्
परिंदो को आज़ाद
फ़िज़ा में ग़ालिब,
परिंदो को आज़ाद
फ़िज़ा में ग़ालिब,
जो तेरे अपने
होंगे वो लौट
आयेंगे किसी रोज़…
होंगे वो लौट
आयेंगे किसी रोज़…
=-=-=-=-=
इक़बाल :
न रख उम्मीद-ऐ-वफ़ा
किसी परिंदे से
इक़बाल,
किसी परिंदे से
इक़बाल,
जब पर निकल
आते हैं तो
अपने भी आशियाना
भूल जाते है…
आते हैं तो
अपने भी आशियाना
भूल जाते है…
=-=-=-=-=
वो सितारा है चमकने
दो यूँ ही
आँखों में,
दो यूँ ही
आँखों में,
क्या ज़रूरी है उसे
हाथ लगाकर देखो..
हाथ लगाकर देखो..
=-=-=-=-=
यूँ ना खींच
मुझे अपनी तरफ
बेबस कर के,
मुझे अपनी तरफ
बेबस कर के,
ऐसा ना हो
के खुद से
भी बिछड़ जाऊं
और तू भी
ना मिले..
के खुद से
भी बिछड़ जाऊं
और तू भी
ना मिले..
=-=-=-=-=
वफादार और तुम…??
ख्याल अच्छा है,
ख्याल अच्छा है,
बेवफा और हम…??
इल्जाम भी अच्छा
है…
इल्जाम भी अच्छा
है…
=-=-=-=-=
Isse acha hum chand se mohbbat kar lete …!
Lakh dur sahi par dikhai to deta hai…!
=-=-=-=-=
Is Baarish Kay Mausam Main Ajeeb Si Kashish Hai
Na Chahte Howay Bhi Koi Shidat Say Yaad Aata Hai….…
=-=-=-=-=
Ahistaa Ahistaa Zindagi Se Nafrat Ho Rahi Hai…
Lagta He Dubara Is Dil Ko Muhabat Ho Rahi Hai…
=-=-=-=-=
ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है
कभी दूर तो कभी क़रीब होते है
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है
और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है ….
=-=-=-=-=
Dushman Ho, To Ishq Jesa
Seedha Dil Per, Waar Kare..
=-=-=-=-=
क़ब्रों में नहीं हमको किताबों में उतारो,,
हम लोग मुहब्बत की कहानी में मरे हैं..!!
=-=-=-=-=
कितना भी चाहो ना भूला पाओगे
हमसे जितना दूर जाओ नज़दीक पाओगे
हमे मिटा सकते हो तो मिटा दो
यादें मेरी, मगर….
क्या सपनो से जुदा कर पाओगे हमे!!
=-=-=-=-=
अब तुझे रोज़ ना सोचें तो तड़प उठते हैं हम…..!
एक उम्र हो गयी है तेरी याद का नशा करते करते….!!
=-=-=-=-=
जिंदगी में दोस्त बहुत कम मिलेंगे,
हर मोड़ पे गम ही गम मिलेंगे.
जिस मोड़ पे आपको छोड़ देगी ये दुनियाँ,
उस मोड़ पे आपको सिर्फ़ हम मिलेंगे.
=-=-=-=-=
कसूर मेरा था तो कसूर उनका भी था,
नज़र हमने जो उठाई थी तो वो झुका भी सकते थे…”
=-=-=-=-=
अजीब शख्स है..
इश्क मे खुशियां तलाशता है….
=-=-=-=-=
तनहा रहेने का भी अपना मज़ा है दोस्तों…….
यकीन होता है की कोई छोड़कर नहीं जायेगा,
और
उम्मीद नहीं होती किसी के लौट आने की…!!
=-=-=-=-=
वो सो जाते हे अक्सर हमें याद् किये बगैर,
हमें नींद भी नहीं आती उनसे बात किये बगैर.
कसूर उनका नहीं हमारा है….
उन्हें चाहा भी तो उनकी इजाज़त के बगैर……!!
=-=-=-=-=
हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरिका बताता है।
उन्हे कैसे समझाऊ की एक ख्वाब अधुरा है मेरा…
वरना जीना तो मुझे भी आता है.
=-=-=-=-=
शौक था अपना-अपना..
किसी ने इश्क किया,
तो कोई जिंदा रहा…
=-=-=-=-=
” तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी..,
एक हम है कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे….”
=-=-=-=-=
हम तो मशहुर थे अपनी तनहाइयों के लिए ,
मुद्तों बाद किसीने पुकारा है,
एक पल तो हम रुक कर सोचने लगे,
कया यही नाम हमारा है ?
=-=-=-=-=
बिकने वाले और भी हैं, जाओ जा कर ख़रीद लो
हम ‘कीमत’
से नहीं ‘क़िस्मत’ से मिला करते हैं.
से नहीं ‘क़िस्मत’ से मिला करते हैं.
=-=-=-=-=
अगर प्यार में पैसे की अहमियत
नहीं होती तो हर कहानी में
लड़की के ख्वाबों में कोई राजकुमार
ही क्यों होता है?
कभी सुना है कि “मेरे सपनों का मोची,
बारात ले कर आएगा” ???….
=-=-=-=-=
ये वक़्त बेवक़्त मेरे ख्यालों में आने की आदत छोड़ दो तुम,
कसूर तुम्हारा होता है और लोग मुझे आवारा समझते हैं..!!
=-=-=-=-=
ख्वाइश बस इतनी सी है की तुम मेरे लफ़्ज़ों को समझो….
आरज़ू ये नही की लोग वाह वाह करें.
=-=-=-=-=
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल.
ये प्यास किसी के मिलने से बुझेगी तेरे बरसने से नही।
=-=-=-=-=
किसी को मिल गया मौका, बुलन्दियों को छूने का,
मेरा नाकाम होना भी किसी के काम तो आया।
=-=-=-=-=
ना जाने इस ज़िद का नतीजा क्या हो…..
समझता दिल भी नहीं, वो भी नहीं,मैं भी नहीं….!!
=-=-=-=-=
आदत मुझे अँधेरों से डरने की डाल कर……..
कोई मेरी जिंदगी को रात कर गया…..!!
=-=-=-=-=
मुझे देख कर तेरी हैरानी लाज़मी है…..
इस दौर में इंसान कम ही मिला करते हैं…!!
=-=-=-=-=
है तमन्ना फिर, मुझे वो प्यार पाने की…….
दिल है पाक मेरा , ना कोशिश कर आज़माने की …!!
=-=-=-=-=
तेरी इस बेवफ़ाई पे फिदा होती है जान मेरी….
खुदा ही जाने… अगर तुझमें
वफ़ा होती तो क्या होता…!!
=-=-=-=-=
वो कतरा बनके हुए आपे से बाहर …
मैँ दरिया होकर भी अपनी औकात मेँ हूँ”
…
…
=-=-=-=-=
हुनर-ओ-इश्क अब सीख कर आया हूँ………
चलो फिर से खेल दिल का खेलते है…..!!
=-=-=-=-=
खुदा भी अब मुझसे बहुत परेशान है……
रोज़ रोज़ जब से दुआ में तुझे मांगने लगा हूँ….!!
=-=-=-=-=
तुम बहुत दिल-नशीन थे मगर…….
जब से किसी और के हो गए हो….ज़हर लगते हो…..!!
=-=-=-=-=
इस कदर शिद्दत से चाहा था मैने उसको यारो…….
अगर दुश्मन भी होता तो निभाता उम्रभर……!!
=-=-=-=-=
न जाने क्यूं हमें इस दम तुम्हारी याद आती है……
जब आंखों में चमकते हैं सितारे शाम से पहले…!!
=-=-=-=-=
खेल रहा हूँ इसी उम्मीद पे मुहब्बत की बाजी…….
कि एक दिन जीत लेंगे उन्हें, सब कुछ हार के अपना….!!
=-=-=-=-=
लगता है इस बार मुझे मोहब्बत होकर ही रहेगी,
आज रात ख्वाब में मैंने खुद को बरबाद होते देखा है….
=-=-=-=-=
हम भी अक़्सर इन फूलो कि तरह तन्हा रहते हैँ..
कभी ख़ुद टूट जाते है, कभी लोग हमे तोड़ जाते है..
=-=-=-=-=
ऊँची इमारतों में छुप गया मकान मेरा……..
कुछ लोग मेरे नसीब का…
सूरज भी ले गए….
सूरज भी ले गए….
=-=-=-=-=
ख्वाइश बस इतनी सी है की तुम मेरे लफ़्ज़ों को समझो….
आरज़ू ये नही की लोग वाह वाह करें..
=-=-=-=-=
वोह भी
बेवफ़ा निकले,
औरों की तरहा..
सोचा था की उनसे
ज़माने की बेवफ़ाई का गीला करेंगे..!!
=-=-=-=-=
ईस राह-ऐ-मुहब्बत की बस बात ना पूछिये..
अनमोल जो ईंनसान थे, बे-मोल बीक गये.!
=-=-=-=-=
तेरी तलाश में निकलू भी तो क्या फायदा…
तुम बदल गए हो…
खो गए होते तो और बात थी….
=-=-=-=-=
tasavur main zaroor aoo,magar tairna to seekho …
tum aksar doob jatay ho mere ashkoon k pani main …
=-=-=-=-=
karo phir se koi wadda ,kabhi na phir bichhadne ka ….
tumhein kaya faraq padta hai chalo phir se mukkar jana …
=-=-=-=-=
Mere Liye Na Sahi In K Liye aa Jao,,,,,,,
“Tum Se Bepanah Mohabat Karti Hain Ye AAnkhen……….!!
=-=-=-=-=
Tumhare jane k baad kaun rokta humein……….!!
So jee bhar k khud ko barbaad kya..!!
=-=-=-=-=
Tumhare sath dekhi thi warna zindagi mujhko
na tab mehsoos hoti thi na ab mehsoos hoti hai…
=-=-=-=-=
Na karo takraar, mujhe tumhara hi khayaal hai,
Phir baat se baat nikle gi, aur tum rooth jaoge..!!
=-=-=-=-=
Auron se to umeed ka rishta bhi nahi tha….
Tum itne badal jao gay socha bi nai tha…..
=-=-=-=-=
Nazar bacha ke guzarna hai to guzar jao,
Main aaina hoon meri apni zimmedari hai. . !!
=-=-=-=-=
Zuban khamosh hai lekin meri aankhon mein likkha hai !
Ki haal-e-dil padha jaata hai, batlaaya nahi jaata !!
=-=-=-=-=
Ek Hum Hain Jo Tere Baad Naa Jee Paaye’n Ge
Aik Tum Ho Ke Naya Ishq Karo Ge, Kal Se….!!!
=-=-=-=-=
Muskurana Toh Meri Shaksiyat Ka Ek Hissa Hai E Dost…
Tum Mujhe Khush Samajhkar Duaon Mein Bhool Mat Jaana…
=-=-=-=-=
Tere ehsas ne hume aisa nasha diya…
ab sharab se narfat see hogayee…
=-=-=-=-=
Juda Ho Kr Bhi Dono Jee Rahe Hein ek Muddat Se
Kabhi Dono Hi Kehte The Judai Maar DaLe Gi..
=-=-=-=-=
Bohat Mushkil Ho Gaya Hai Khud Ko Sambhal Rakhna,
Magar Woh Keh Gayaa Hai “Apna” Khaiyal Rakhna
=-=-=-=-=
इश्क़ और तबियत का कोई भरोसा नहीं,
मिजाज़ से दोनों ही दगाबाज़ है, जनाब।
=-=-=-=-=
“हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं,,
और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम”!!
=-=-=-=-=
मोहब्बत कब हो जाए किसे पता..
हादसे पूछ के नही हुआ करते …
=-=-=-=-=
सब कुछ किया पर नाम ना हुआ,
महोबत क्यां करली बदनाम हो गए।
=-=-=-=-=
उसकी आँखों में नज़र आता है सारा जहां मुझ को;
अफ़सोस कि उन आँखों में कभी खुद को नहीं देखा।
=-=-=-=-=
उसने मुज से पुछा..मेरे बिना रह लोगे..??
सांस रुक गई..और उन्हें लगा..हम सोच रहे है..
=-=-=-=-=
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो ..
एक जान है जब दिल चाहे मांग लेना ..
=-=-=-=-=
Tum Mohabbat bhi Maosam Ki Tarha Nibhate Ho,
Kabhi baraste Ho Kabhi ek boond Ko Tarsate Ho,
=-=-=-=-=
Mayoos Ho Gaya Hun Mai Zindagi Ke Is Safar Se,
Maqsad Ki Muhabat Aur Matlab Ki Dosti Se….!
=-=-=-=-=
Ajeeb halat hote hain is Muhabbat mein Dil ke ,
Udaas jab bhi Yaar ho Qasoor apna lagta hai…
=-=-=-=-=
Hum Ko Maloom Nahin Chahat Ke Taqaze Lekin ,
Hum Ne Teri Baaton Ke Siwa Har Baat Bhula Rakhi Hai
=-=-=-=-=
Dal de apni duaon ke kuchh alfaz meri jholi me,
Kya pata tere lab hile aur meri zindagi sawar jaye..
=-=-=-=-=
Anjaam-e-wafaa ye hai, jisne bhi muhabbat mein..
Marne ki duaa maangi, jeene ki sazaa paai!!!!!
=-=-=-=-=
Woh Rasta Jo Hamain Uske Dil Tak Le Jata
Umar Saari Usi Rastay Ki Talaash Mai Guzri…..
=-=-=-=-=
Koi to hai mere andar mujhe sambhale hue ‘Rakshat’..
Ke be-qaraar sa reh kar bhi bar-qaraar hun main…
=-=-=-=-=
Jo guzaari na ja saki hum se,
Hum ne woh zindagi guzaari hai..
=-=-=-=-=
Jise khud se hi nahin furstain,
Jise khayal apne kamaal ka,
Usey kya khabar mere shoq ki,
Usey kya pata mere haal ka..
=-=-=-=-=
Bohat Khush Qismat Hain wo Log Yaqeen Jano…!!!
Jo Mangty B Nahi, Rotay B Nahi,Or Muhabbat Paa letay
Hain….!!
Hain….!!
=-=-=-=-=
Ulfatein, Uljhanein, Ranjishein aur Thakawat,
Bas Yu’n hi ek Din aur Beet Gaya Zindagi Ka . . .
=-=-=-=-=
Baat to hai aam si, per itni aam bhi nahi…………………,
Sub ko khushiyan mil jati hain , mera hissa kho jata hai…
=-=-=-=-=
Sach Kaha Tha Kisine Tanhai Me Jina Sikh . . . . .
Mohabbat Jitani Bhi Sachi Ho Sath Chhod Hi Jati Hai…
=-=-=-=-=
Kamaal ka Tana Diya Kisi Ne Mujhe Aaj,
Agar Woh Tera Hai Toh Tere Paas Kyon Nahin …
=-=-=-=-=
Wajah poochhne ka to mauqa hi na mila bus !!
Woh lehjah badalty gaye aur hum ajnabi hoty gaye…
=-=-=-=-=
Kis k Ho…?
Bus Tumhari Hun,
Tere Ye alfaaz..
Kitny Pyare hain..
=-=-=-=-=
Mere Jism Se Uski Khushbu Aaj Bhi Aati He…
Main Ne Fursat Mein Kabhi Seeny Se Lagaya Tha Usay..
=-=-=-=-=
Aakhir Kaise Bhula De Hum Unhein…!!
Maut Insano Ko Aati Hai’ Yaadon ko Nahi…!!
=-=-=-=-=
Muhabbat Or Wafa Ki Sada Se Dushmani Hai…………..,
Na Wafa Se Mohabbat Milte Hai Na Mohabbat Se Wafa…
=-=-=-=-=
Koi Nahi Yaad Karta Wafa Karne Waley Ko….!!
Meri Maano Bewafa Ho Jaao’ Zamana Yaad Rakhega…!!
=-=-=-=-=
Saari dunyia badal gayee janaa
Tere taiwar magar nahi badley..
=-=-=-=-=
Haan main tumhe bhula na saka..
kabhi dil ne ijazat he na di….
=-=-=-=-=
Log Shameel The Aur Bhi Laikin..
Dil Teri Kosishoon Se Toota Hai…
=-=-=-=-=
Koshish o Ke Bawajood b Jo Mukammal Na Ho Saken,
Tera Naam Bhi Unhin Khwahishon Mein Hai…..
=-=-=-=-=
Hum Ne Khud Me Tumko Peroya Hai Ek Tasbeeh Ki Tarha..
Agar Hum Toot gaye To Bikhar Tum Bhi Jao Ge…
=-=-=-=-=
Tere Bin Kuch Be-Chain Sa Rehne Laga Hun,
Kambakht Ashk Bhi Tujhse Milne Nikal Parte Hain..
=-=-=-=-=
Bataaon tumhe kahaani udaas logon ki,?
Kabhi ghaur karna yeh hanstey bohat hain..
=-=-=-=-=
Muhabat Jeet Jayegi……….. Agar Tum Maan Jao To,
Mere Dil Main Tumhi Tum Ho Yeh Akhir Jan Jao To…
=-=-=-=-=
KHushk tinkon se ghar bana rahe ho”…
Ye jante bhi ho mizaaj-e-Yaar AAG jesa hai…
=-=-=-=-=
Woh Jo Bichra Tu Main Ne Jana
Log Mar Kar Bi Jiya Kartey Hai’n..!!
=-=-=-=-=
Youn Bhi To Raaz Khul Hi JaayeGa Ek Din Humari Mohabbat
Ka…!!
Ka…!!
Mehfil Mein Jo Hum Ko Chorr Kar Sab Ko Salaam Karte Ho…!!
=-=-=-=-=
Tere Ishq Se Mili Hai Mere Wajood Ko Ye Shohrat…!
Mera Jikr Hi Kaha Tha Teri Daastan Se Pehle…
=-=-=-=-=
naraaz kyu hote ho chale jayenge teri mehfil se
muje mere dil ke tukde to uthane to do…
=-=-=-=-=
Be wafaa wakt thaa..
Tum thy…
ya Muqaddar meraa
baat itni hy k anjaam Judaai niklaaa.
=-=-=-=-=
वादा निभाया ना जाए
तो वादा किया
ना कर,
तो वादा किया
ना कर,
इस खेल में
वादे नही दिल
टूटा करते हैं…
वादे नही दिल
टूटा करते हैं…
=-=-=-=-=
दिल वो नगर
नहीं है कि
फिर आबाद हो
सके,
नहीं है कि
फिर आबाद हो
सके,
पछताओगे सुन लो
सजन ये बस्ती
उजाड़ के…
सजन ये बस्ती
उजाड़ के…
=-=-=-=-=
मिलना था इत्तफाक,
बिछड़ना नसीब था,
बिछड़ना नसीब था,
वो इतनी दूर
हो गया जितना
करीब था…
हो गया जितना
करीब था…
=-=-=-=-=
कितने सुलझे हुए तरीके
से,
से,
मुझको उलझन में
डाल जाते हो
तुम…
डाल जाते हो
तुम…
=-=-=-=-=
किन लम्हों को भूलूं
किन्हे याद रखूं
ये सोचता हूं
अक्सर,
किन्हे याद रखूं
ये सोचता हूं
अक्सर,
गर कुछ लम्हों
ने सब कुछ
दिया तो कुछ
ने सब ले
भी लिया…
ने सब कुछ
दिया तो कुछ
ने सब ले
भी लिया…
=-=-=-=-=
तुम किसी और
से इश्क कर
लो,
से इश्क कर
लो,
हमें अमीर होने
में ज़रा वक़्त
लगेगा…
में ज़रा वक़्त
लगेगा…
=-=-=-=-=
आजकल सब कहते
हैं मैं बुझा-बुझा सा
रहता हूँ,
हैं मैं बुझा-बुझा सा
रहता हूँ,
अगर जलता रहता
तो कब का
खाक हो जाता..
तो कब का
खाक हो जाता..
=-=-=-=-=
हर ज़ुल्म तेरा याद
है भूला तो
नहीं हूँ,
है भूला तो
नहीं हूँ,
ऐ वादा फरामोश
मैं तुझ सा
तो नहीं हूँ..
मैं तुझ सा
तो नहीं हूँ..
=-=-=-=-=
मुझे ना ढूंढ
ज़मीन-ओ-आसमां
की गर्दिशों में,
ज़मीन-ओ-आसमां
की गर्दिशों में,
मैं अगर तेरे
दिल में नहीं
तो कहीं भी
नहीं…
दिल में नहीं
तो कहीं भी
नहीं…
=-=-=-=-=
किसे मालूम था इश्क
इस क़दर लाचार
करता है,
इस क़दर लाचार
करता है,
दिल उसे जानता
है बेवफा मगर
प्यार करता है…
है बेवफा मगर
प्यार करता है…
=-=-=-=-=
उस शक्स में
बात ही कुछ
ऐसी थी..
बात ही कुछ
ऐसी थी..
हम अगर दिल
न देते तो
जान चली जाती
न देते तो
जान चली जाती
=-=-=-=-=
वो जान गयी
थी ,हमे दर्द
में मुस्कराने की
आदत हैं
थी ,हमे दर्द
में मुस्कराने की
आदत हैं
वो रोज नया
जख्म देती थी
मेरी ख़ुशी के
लिए
जख्म देती थी
मेरी ख़ुशी के
लिए
=-=-=-=-=
ये जो मेरे
दामन पर कजरारे
छींटें हैं थोड़े-बहुत
दामन पर कजरारे
छींटें हैं थोड़े-बहुत
झाँक के देखो,तेरे गिरेबाँ
से धूल कुछ
उडी लगती है
से धूल कुछ
उडी लगती है
=-=-=-=-=
जुर्म में हम
कमी करें भी
तो क्यों …?
कमी करें भी
तो क्यों …?
तुम सजा भी
तो कम नहीं
करते ….!
तो कम नहीं
करते ….!
=-=-=-=-=
दिल गया तो
कोई आँखे भी
ले जाता
कोई आँखे भी
ले जाता
फकत एक ही
तस्वीर कहाँ तक
देंखू
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