गुलज़ार शायरी हिंदी में
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसाँ उतारता है कोई
======================
गुलज़ार शायरी हिंदी में
ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैं
ये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं
======================
(more…)गुलज़ार शायरी हिंदी में
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई
जैसे एहसाँ उतारता है कोई
======================
गुलज़ार शायरी हिंदी में
ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैं
ये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं
======================
(more…)